Description
किताब के बारे में- “दिव्य जीवन” का हिंदी अनुवाद श्री सुखसंपतराय भंडारी द्वारा किया गया, जो एक प्रेरणादायक आध्यात्मिक ग्रंथ है। इसमें जीवन के उच्च आदर्शों, आत्मविकास, संयम, सेवा और भक्ति के मार्ग को सरल भाषा में प्रस्तुत किया गया है। अनुवाद में भंडारी जी की गहरी आध्यात्मिक समझ और भाषागत दक्षता स्पष्ट दिखाई देती है। यह कृति पाठकों को आत्मनिरीक्षण, नैतिक जीवन और आध्यात्मिक उन्नति की ओर प्रेरित करती है, और भारतीय जीवन-दर्शन का सार प्रस्तुत करती है।