Description
किताब के बारे में: अनामिका सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का अत्यंत प्रसिद्ध काव्य संग्रह है जिसमें उन्होंने सौंदर्य प्रेम करुणा समाज सुधार और आत्मचिंतन जैसे विविध भावों को गहराई से प्रस्तुत किया है अनामिका नाम एक रहस्यमयी अज्ञात नारी का प्रतीक है जो कभी प्रेमिका कभी शक्ति तो कभी प्रेरणा बनकर कवि के हृदय में स्थान लेती है इस संग्रह की कविताएं व्यक्तिगत अनुभूति और सामाजिक यथार्थ के बीच सेतु बनाती हैं निराला की शैली मुक्त संवेदनशील और क्रांतिकारी है अनामिका नारी समाज और आत्मा तीनों का सूक्ष्म चित्रण करती हुई हिंदी साहित्य की एक कालजयी कृति बन जाती है


