Vivekananda Aur Modi | Two Great Men Changed The Direction And Condition of India
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- ISBN13: 9789355628268
- Binding: Paperback
- Publisher: Prabhat Prakashan
- Publisher Imprint: NA
- Pages: NA
- Language: Hindi
- Edition: NA
- Item Weight: 500
- BISAC Subject(s): Political Science
भारत के लंबे और समृद्ध इतिहास में दो महान् हस्तियाँ प्रभावशाली उदाहरणों के रूप में दिखती हैं-स्वामी विवेकानंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। दोनों ही नेताओं ने युवाओं को न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया भर में प्रेरित किया है। स्वामी विवेकानंद का जन्म वर्ष 1863 में हुआ था और वे एक ऐसे आध्यात्मिक गुरु थे, जिनके प्रभावशाली शब्दों की गूंज भारत की सीमा के बाहर तक पहुँची। ऐसे समय में जब भारत औपनिवेशिक शासन के अधीन था और यहाँ के लोग कठिनाई में थे, तब उन्होंने देश की सोई आत्मा को झकझोरा। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे अपनी संस्कृति और विरासत पर गर्व करें।
21वीं सदी की बात करें, तो वर्ष 1950 में एक सामान्य परिवार में जनमे नरेंद्र मोदी ने अपने प्रभावशाली नेतृत्व से विश्वपटल पर उभरते भारत का मार्गदर्शन किया। वे दृढ़ इच्छाशक्ति और सशक्त नेतृत्व के जीते-जागते उदाहरण हैं। स्वच्छ भारत, डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों के माध्यम से, मोदी ने एक पूरी पीढ़ी का उत्साह बढ़ाया।
स्वामी विवेकानंद और नरेंद्र मोदी, दोनों ही भारत के प्राचीन आध्यात्मिक ज्ञान और इसकी आज की आकांक्षाओं के बीच की मजबूत कड़ी को जोड़ते हैं। उनकी साझा विरासत दुनिया भर के युवाओं को अपनी क्षमता को पहचान कर भविष्य की जिम्मेदारियों को उठाने की प्रेरणा देती है।
21वीं सदी की बात करें, तो वर्ष 1950 में एक सामान्य परिवार में जनमे नरेंद्र मोदी ने अपने प्रभावशाली नेतृत्व से विश्वपटल पर उभरते भारत का मार्गदर्शन किया। वे दृढ़ इच्छाशक्ति और सशक्त नेतृत्व के जीते-जागते उदाहरण हैं। स्वच्छ भारत, डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों के माध्यम से, मोदी ने एक पूरी पीढ़ी का उत्साह बढ़ाया।
स्वामी विवेकानंद और नरेंद्र मोदी, दोनों ही भारत के प्राचीन आध्यात्मिक ज्ञान और इसकी आज की आकांक्षाओं के बीच की मजबूत कड़ी को जोड़ते हैं। उनकी साझा विरासत दुनिया भर के युवाओं को अपनी क्षमता को पहचान कर भविष्य की जिम्मेदारियों को उठाने की प्रेरणा देती है।
अनिल फिरोजिया
अनिल फिरोजिया भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और वर्तमान में मध्य प्रदेश के उज्जैन-आलोट लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। उन्होंने बी.कॉम. की पढ़ाई की है।
अनिल फिरोजिया ने 2013 में पहली बार मध्य प्रदेश विधानसभा के तराना क्षेत्र से चुनाव जीतकर विधायक के रूप में राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत की। 2019 में वे पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए और 2024 के आम चुनाव में लगातार दूसरी बार विजयी हुए।
अपने संसदीय कार्यकाल में उन्होंने उज् जैन और आसपास के क्षेत्रों में सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा के कई प्रोजेक्ट शुरू किए। इनमें उज्जैन रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास और गाँवों में आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना प्रमुख हैं।
अनिल फिरोजिया का राजनीतिक व्यक्तित्व सरल और सीधा माना जाता है।
वे विकास योजनाओं के लिए केंद्र और राज्य सरकार से संसाधन लाने में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। उज्जैन के सांस्कृतिक और धार्मिक महत्त्व को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देना उनके एजेंडे का हिस्सा है। अपनी जमीन से जुड़ी छवि और स्पष्टवादिता के कारण वे क्षेत्र में लोकप्रिय नेता के रूप में पहचाने जाते हैं।
अनिल फिरोजिया भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और वर्तमान में मध्य प्रदेश के उज्जैन-आलोट लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। उन्होंने बी.कॉम. की पढ़ाई की है।
अनिल फिरोजिया ने 2013 में पहली बार मध्य प्रदेश विधानसभा के तराना क्षेत्र से चुनाव जीतकर विधायक के रूप में राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत की। 2019 में वे पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए और 2024 के आम चुनाव में लगातार दूसरी बार विजयी हुए।
अपने संसदीय कार्यकाल में उन्होंने उज् जैन और आसपास के क्षेत्रों में सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा के कई प्रोजेक्ट शुरू किए। इनमें उज्जैन रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास और गाँवों में आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना प्रमुख हैं।
अनिल फिरोजिया का राजनीतिक व्यक्तित्व सरल और सीधा माना जाता है।
वे विकास योजनाओं के लिए केंद्र और राज्य सरकार से संसाधन लाने में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। उज्जैन के सांस्कृतिक और धार्मिक महत्त्व को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देना उनके एजेंडे का हिस्सा है। अपनी जमीन से जुड़ी छवि और स्पष्टवादिता के कारण वे क्षेत्र में लोकप्रिय नेता के रूप में पहचाने जाते हैं।