Tanaav Chhodo Safalta Paao
₹400.00
₹340.00
15% OFF
Ships in 1 - 2 Days
Secure Payment Methods at Checkout
- ISBN13: 9789351861690
- Binding: Paperback
- Publisher: Prabhat Prakashan
- Publisher Imprint: NA
- Pages: NA
- Language: Hindi
- Edition: NA
- Item Weight: 500
- BISAC Subject(s): Self-Help Groups
तनाव कम करने के लिए यह सार्थक पुस्तक है, जिसमें तनाव कम करने के सोलह उपाय दर्शाए हैं। लेखक ने अपने जीवन में अनेक तरह के तनाव झेले एवं उनका सामना सफलतापूर्वक किया हैं। तनाव आधुनिक जीवनशैली एवं आधुनिक विज्ञान की देन है। बीमारियों का सबसे बड़ा कारण तनाव है। तनाव हमारी आदत में आ गया है, जीवन में घुस गया है। इसे जीतना अब सरल नहीं रहा है। यह दिखाई भी नहीं पड़ता है। तनाव एक मानसिक स्थिति है। घटनाएँ सदैव तनाव का कारण नहीं है। महत्त्वपूर्ण यह है कि आप घटनाओं को किस रूप में लेते और उनसे प्रभावित होते हैं। घटना की व्याख्या एवं विश्लेषण से हमारा रवैया तय होता है। हमारा रवैया ही तनाव होने और नहीं होने का कारण है।
हम तनावग्रस्त होने पर अपने विपुल ऊर्जा-भंडार का पूरा उपयोग नहीं कर पाते हैं। अदृश्य तनाव भी बंधन है। तनावरूपी मनोवैज्ञानिक विकलांगता शारीरिक विकलांगता की अपेक्षा अधिक हानिप्रद होती है। इस पुस्तक को पढ़ने के बाद आप परिस्थितियों एवं व्यक्तियों के प्रति अपनी प्रतिक्रिया और अनुभवों की व्याख्या को तनाव के संबंध में पहचान सकेंगे और तनाव के प्रभावों को कम करने में पुस्तक में वर्णित उपायों का प्रयोग कर सकेंगे। पुस्तक के अंत में बाईस ऐसे लोगों के अनुभव हैं, जिन्होंने अपने तनाव दूर किए हैं।
हम तनावग्रस्त होने पर अपने विपुल ऊर्जा-भंडार का पूरा उपयोग नहीं कर पाते हैं। अदृश्य तनाव भी बंधन है। तनावरूपी मनोवैज्ञानिक विकलांगता शारीरिक विकलांगता की अपेक्षा अधिक हानिप्रद होती है। इस पुस्तक को पढ़ने के बाद आप परिस्थितियों एवं व्यक्तियों के प्रति अपनी प्रतिक्रिया और अनुभवों की व्याख्या को तनाव के संबंध में पहचान सकेंगे और तनाव के प्रभावों को कम करने में पुस्तक में वर्णित उपायों का प्रयोग कर सकेंगे। पुस्तक के अंत में बाईस ऐसे लोगों के अनुभव हैं, जिन्होंने अपने तनाव दूर किए हैं।
जयंती जैन उदयपुर के पास एक छोटे से गाँव शक्तावतों का गुड़ा में पैदा हुए। उन्होंने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में अध्ययन किया। विद्यार्थी जीवन से ही स्वतंत्र रूप से लेखन कार्य करते रहे। राष्ट्रीय स्तर की पत्र-पत्रिकाओं में अनेक लेख छप चुके हैं। इस पुस्तक के लेखन के क्रम में लगभग सात हजार पुस्तकें पढ़ी हैं और आठ सौ पृष्ठ लिखे।
कृतियाँ : ‘जियो तो ऐसे जियो’, ‘उठो! जागो जीतो!’, ‘हाउ टु गेट सुपर सक्सेज’, ‘असाध्य रोगों का सामना कैसे करें’, ‘आत्मविश्वास कैसे बढ़ाएँ’, ‘अपनी मस्तिष्क की शक्ति का उपयोग कैसे करें’ आदि।
संप्रति राजस्थान सरकार में वाणिज्यिक कर विभाग में अतिरिक्त आयुक्त हैं। आरोग्य आनंदम के तहत तपोवन आश्रम, उदयपुर में स्वास्थ्य संबंधी शिविर आयोजित करते हैं। समग्र चिकित्सा में आयुर्वेद, घरेलू चिकित्सा, कैंसर निवारण हेतु बुडविज प्रोटोकॉल, प्राणिक हीलिंग, योग एवं मनोपचार पर कार्यरत हैं।
कृतियाँ : ‘जियो तो ऐसे जियो’, ‘उठो! जागो जीतो!’, ‘हाउ टु गेट सुपर सक्सेज’, ‘असाध्य रोगों का सामना कैसे करें’, ‘आत्मविश्वास कैसे बढ़ाएँ’, ‘अपनी मस्तिष्क की शक्ति का उपयोग कैसे करें’ आदि।
संप्रति राजस्थान सरकार में वाणिज्यिक कर विभाग में अतिरिक्त आयुक्त हैं। आरोग्य आनंदम के तहत तपोवन आश्रम, उदयपुर में स्वास्थ्य संबंधी शिविर आयोजित करते हैं। समग्र चिकित्सा में आयुर्वेद, घरेलू चिकित्सा, कैंसर निवारण हेतु बुडविज प्रोटोकॉल, प्राणिक हीलिंग, योग एवं मनोपचार पर कार्यरत हैं।