Safal Business Ke Funde
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- ISBN13: 9788173158865
- Binding: Paperback
- Publisher: Prabhat Prakashan
- Publisher Imprint: NA
- Pages: NA
- Language: Hindi
- Edition: NA
- Item Weight: 500
- BISAC Subject(s): Business & management
सफल बिजनेस के फंडे—एन. रघुरामन
अपने उत्पाद, अपने ग्राहक और अपने कर्मचारियों के प्रति एक विशेष अपनेपन का भाव सफलता पाने का बेसिक फंडा है। इन सबके बीच एक जोरदार सामंजस्य आपके व्यवसाय की सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है। आपकी सफलता आपके व्यक्तिगत गुणों के साथ-साथ आपकी टीम की क्षमताओं पर निर्भर करती है। इसलिए अपनी टीम के हर सदस्य को शत-प्रतिशत देने के लिए प्रेरित करना, अपने उत्पाद में निरंतर बेहतरी करना और अपने ग्राहकों को आकर्षक प्रतिस्पर्धात्मक दरों पर उत्पाद उपलब्ध कराना तथा उत्तम सर्विस देना—यह सब एक सफल बिजनेसमैन के लिए बीजमंत्र हैं। परिश्रम, दूरदर्शिता, मृदुभाषिता, उदारता, विषम परिस्थितियों में संतुलन, बाजार की समझ आदि ऐसे फंडे हैं, जिनसे आपकी सफलता के द्वार खुलेंगे।
मैनेजमेंट स्तंभकार श्री एन. रघुरामन ने प्रबंध कौशल के ये सूत्र-बीजमंत्र-फंडे सरस-सुबोध भाषा में रोचक शैली में प्रस्तुत किए हैं। ‘सफल बिजनेस के फंडे’ आपकी उद्यमशीलता को एक नया आयाम देंगे और आप केवल दिमाग नहीं, दिल का भी प्रयोग कर अपने ग्राहकों, कर्मचारियों को प्रसन्न करके सफलता एवं समृद्धि प्राप्त करेंगे।
अपने उत्पाद, अपने ग्राहक और अपने कर्मचारियों के प्रति एक विशेष अपनेपन का भाव सफलता पाने का बेसिक फंडा है। इन सबके बीच एक जोरदार सामंजस्य आपके व्यवसाय की सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है। आपकी सफलता आपके व्यक्तिगत गुणों के साथ-साथ आपकी टीम की क्षमताओं पर निर्भर करती है। इसलिए अपनी टीम के हर सदस्य को शत-प्रतिशत देने के लिए प्रेरित करना, अपने उत्पाद में निरंतर बेहतरी करना और अपने ग्राहकों को आकर्षक प्रतिस्पर्धात्मक दरों पर उत्पाद उपलब्ध कराना तथा उत्तम सर्विस देना—यह सब एक सफल बिजनेसमैन के लिए बीजमंत्र हैं। परिश्रम, दूरदर्शिता, मृदुभाषिता, उदारता, विषम परिस्थितियों में संतुलन, बाजार की समझ आदि ऐसे फंडे हैं, जिनसे आपकी सफलता के द्वार खुलेंगे।
मैनेजमेंट स्तंभकार श्री एन. रघुरामन ने प्रबंध कौशल के ये सूत्र-बीजमंत्र-फंडे सरस-सुबोध भाषा में रोचक शैली में प्रस्तुत किए हैं। ‘सफल बिजनेस के फंडे’ आपकी उद्यमशीलता को एक नया आयाम देंगे और आप केवल दिमाग नहीं, दिल का भी प्रयोग कर अपने ग्राहकों, कर्मचारियों को प्रसन्न करके सफलता एवं समृद्धि प्राप्त करेंगे।
एन. रघुरामन
पिछले सत्ताईस वर्षों से पत्रकारिता से जुड़े एन. रघुरामन मैनेजमेंट और जर्नलिज्म के बीच की मजबूत कड़ी हैं। वे देश के एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी अखबार ‘डी.एन.ए.’ (जो दैनिक भास्कर समूह का ही एक हिस्सा है) के संपादक हैं। संप्रति उन पर प्रोजेक्ट हेड भास्कर समूह और डी.एन.ए. के नए संस्करणों को लॉञ्च करने की जिम्मेदारी है। अपने कार्यकाल में वे करीब सत्ताईस लॉञ्ंचिग परियोजनाओं का हिस्सा रहे हैं।
एक स्तंभकार के रूप में रघुरामन ‘दैनिक भास्कर’ और ‘दिव्य भास्कर’ के लिए एक कॉलम लिखते हैं, जिसका नाम है ‘मैनेजमेंट फंडा’। यह कॉलम समूह के दोनों अखबारों के छियालीस संस्करणों में प्रकाशित होकर नित्य दो करोड़ साठ लाख पाठकों तक पहुँचता है। रघुरामन का कॉलम समूह द्वारा प्रकाशित अखबारों के दो सर्वाधिक पठनीय कॉलमों में से एक है, जो पिछले सात वर्षों से निरंतर प्रकाशित हो रहा है। डी.एन.ए. में भी ‘मेट्रोनामा’ और ‘पॉजीटिव थिंकिंग’ के अंतर्गत उनके साप्ताहिक कॉलम प्रकाशित होते हैं।
आई.आई.टी., मुंबई से मार्केटिंग ऐंड ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में सर्टिफिकेट कोर्स कर चुके रघुरामन मुंबई यूनिवर्सिटी व एन.एन.डी.टी. यूनिवर्सिटी से जुड़े मुंबई के कॉलेजों में विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में भी अपनी सेवाएँ देते हैं।
पिछले सत्ताईस वर्षों से पत्रकारिता से जुड़े एन. रघुरामन मैनेजमेंट और जर्नलिज्म के बीच की मजबूत कड़ी हैं। वे देश के एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी अखबार ‘डी.एन.ए.’ (जो दैनिक भास्कर समूह का ही एक हिस्सा है) के संपादक हैं। संप्रति उन पर प्रोजेक्ट हेड भास्कर समूह और डी.एन.ए. के नए संस्करणों को लॉञ्च करने की जिम्मेदारी है। अपने कार्यकाल में वे करीब सत्ताईस लॉञ्ंचिग परियोजनाओं का हिस्सा रहे हैं।
एक स्तंभकार के रूप में रघुरामन ‘दैनिक भास्कर’ और ‘दिव्य भास्कर’ के लिए एक कॉलम लिखते हैं, जिसका नाम है ‘मैनेजमेंट फंडा’। यह कॉलम समूह के दोनों अखबारों के छियालीस संस्करणों में प्रकाशित होकर नित्य दो करोड़ साठ लाख पाठकों तक पहुँचता है। रघुरामन का कॉलम समूह द्वारा प्रकाशित अखबारों के दो सर्वाधिक पठनीय कॉलमों में से एक है, जो पिछले सात वर्षों से निरंतर प्रकाशित हो रहा है। डी.एन.ए. में भी ‘मेट्रोनामा’ और ‘पॉजीटिव थिंकिंग’ के अंतर्गत उनके साप्ताहिक कॉलम प्रकाशित होते हैं।
आई.आई.टी., मुंबई से मार्केटिंग ऐंड ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में सर्टिफिकेट कोर्स कर चुके रघुरामन मुंबई यूनिवर्सिटी व एन.एन.डी.टी. यूनिवर्सिटी से जुड़े मुंबई के कॉलेजों में विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में भी अपनी सेवाएँ देते हैं।