Ramrathi: Describing About The Ram Lalla and Ayodhya The Great Story of The Prince of Ayodhya | Based On Balkand of Valmiki Ramayana Book In Hindi
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- ISBN13: 9789355627766
- Binding: Paperback
- Publisher: Prabhat Prakashan
- Publisher Imprint: NA
- Pages: NA
- Language: Hindi
- Edition: NA
- Item Weight: 500
- BISAC Subject(s): Religion & Spirituality
रामलला और अयोध्या को जानें : रामरथी से
रामलला को, और हमारा उनसे तथा अयोध्या से संबंध जानना आवश्यक है।
महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण इतिहास है और संपूर्ण मानव जाति को अपना इतिहास जानना आवश्यक है। इतिहास का अर्थ है- 'ऐसा निश्चित ही हुआ था'।
24,000 संस्कृत श्लोकों में आबद्ध वाल्मीकि रामायण को आधुनिक पाठकों के अनुकूल प्रस्तुत करना आवश्यक है।
वाल्मीकि रामायण के वैज्ञानिक, राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक पक्षों का विश्लेषण तथा वर्तमान युग में उनका अनुप्रयोग (Applicability) समझना आवश्यक है।
24,000 श्लोकों में 24 अक्षर का गायत्री मंत्र कैसे विस्तारित है, यह जानना आवश्यक है।
वेद, रामायण और आधुनिक शिक्षा का संबंध जानना आवश्यक है।
रामायण बच्चों और युवाओं को क्यों पढ़नी चाहिए, यह जानना आवश्यक है।
उपर्युक्त के साथ ऐसे बहुत से अन्य पक्षों का जवाब देने के लिए श्रीराम की प्रेरणा से 'रामरथी' प्रस्तुत की गई है।
रामलला को, और हमारा उनसे तथा अयोध्या से संबंध जानना आवश्यक है।
महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण इतिहास है और संपूर्ण मानव जाति को अपना इतिहास जानना आवश्यक है। इतिहास का अर्थ है- 'ऐसा निश्चित ही हुआ था'।
24,000 संस्कृत श्लोकों में आबद्ध वाल्मीकि रामायण को आधुनिक पाठकों के अनुकूल प्रस्तुत करना आवश्यक है।
वाल्मीकि रामायण के वैज्ञानिक, राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक पक्षों का विश्लेषण तथा वर्तमान युग में उनका अनुप्रयोग (Applicability) समझना आवश्यक है।
24,000 श्लोकों में 24 अक्षर का गायत्री मंत्र कैसे विस्तारित है, यह जानना आवश्यक है।
वेद, रामायण और आधुनिक शिक्षा का संबंध जानना आवश्यक है।
रामायण बच्चों और युवाओं को क्यों पढ़नी चाहिए, यह जानना आवश्यक है।
उपर्युक्त के साथ ऐसे बहुत से अन्य पक्षों का जवाब देने के लिए श्रीराम की प्रेरणा से 'रामरथी' प्रस्तुत की गई है।
पद्माकर राम त्रिपाठी का जन्म उत्तर प्रदेश में बाबा गोरखनाथ की नगरी गोरखपुर जिले के 'पंक्तिपावन ब्राह्मणों' के गाँव सरया तिवारी में पंक्तिपावन-कुल में हुआ। दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, गोरखपुर से शिक्षा ग्रहण करने के बाद उन्होंने वर्ष 2011 में सिविल सेवा की परीक्षा उत्तीर्ण की। संप्रति लक्षद्वीप-प्रशासन में 'एडिशनल कलेक्टर' पद पर कार्यरत हैं।
वाल्मीकि रामायण के बालकांड पर आधारित पुस्तक 'रामरथी' उनकी दूसरी पुस्तक है। उनकी पहली पुस्तक 'गीतारथी' है, जो भगवद्गीता की वैज्ञानिक संदर्भ में समसामयिक व्याख्या है। वाल्मीकि रामायण के अन्य खंडों पर भी लेखक द्वारा काम जारी है।
इ-मेल : padmakarr00@gmail.com
फेसबुक-https://www.facebook.com/padmakarr.tripathi.14 'X'(twitter)-@Padmakar_SiaRam
वाल्मीकि रामायण के बालकांड पर आधारित पुस्तक 'रामरथी' उनकी दूसरी पुस्तक है। उनकी पहली पुस्तक 'गीतारथी' है, जो भगवद्गीता की वैज्ञानिक संदर्भ में समसामयिक व्याख्या है। वाल्मीकि रामायण के अन्य खंडों पर भी लेखक द्वारा काम जारी है।
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