R.N. Kao Ki Complete Biography | R&AW Ke Founder & First Chief of RAW (Research and Analysis Wing) | The Life of India's Gentleman Spymaster | Inspiring Journey of Rameshwar Nath Kao Book In Hindi
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- ISBN13: 9789355623935
- Binding: Paperback
- Publisher: Prabhat Prakashan
- Publisher Imprint: NA
- Pages: NA
- Language: Hindi
- Edition: NA
- Item Weight: 500
- BISAC Subject(s): Biography
भारत के खुफिया जगत् के गुप्त गलियारों में एक महान् व्यक्तित्व उभरता है रामेश्वर नाथ काव, जो आर.एन. काव के नाम से अधिक लोकप्रिय है। वर्ष 1918 में वाराणसी में जनमे काव का जीवन उस देश के लिए अत्यधिक महत्त्वपूर्ण होने वाला था, जिससे वे प्रेम करते थे।
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आई.ए.एस.) के माध्यम से काव ने सरकार में एक प्रतिष्ठित कॅरियर की शुरुआत की, लेकिन 1968 में एविएशन रिसर्च सेंटर (ए.आर.सी.) के प्रमुख के रूप में नियुक्ति ने उनकी सबसे प्रभावशाली भूमिका की नींव रखी। भारत की बाहरी खुफिया एजेंसी की स्थापना का जिम्मा सौंपे जाने पर काव ने रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) की स्थापना की। उनकी दूरदर्शिता ने एक ऐसी एजेंसी का निर्माण किया, जिसने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा पर व्यापक प्रभाव डाला।
अपनी ऐतिहासिक उपलब्धियों के बावजूद आर.एन. काव परदे के पीछे और विनम्र बने रहे तथा विरले ही कभी अपने काम का श्रेय लिया। यह पुस्तक 'आर.एन. काव' के जीवन की अनजानी-अनसुनी कहानियों को सामने लाने और उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डालने का एक प्रयास है। सत्यनिष्ठ व कर्मयोगी आर.एन. काव की प्रेरक जीवनगाथा।
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आई.ए.एस.) के माध्यम से काव ने सरकार में एक प्रतिष्ठित कॅरियर की शुरुआत की, लेकिन 1968 में एविएशन रिसर्च सेंटर (ए.आर.सी.) के प्रमुख के रूप में नियुक्ति ने उनकी सबसे प्रभावशाली भूमिका की नींव रखी। भारत की बाहरी खुफिया एजेंसी की स्थापना का जिम्मा सौंपे जाने पर काव ने रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) की स्थापना की। उनकी दूरदर्शिता ने एक ऐसी एजेंसी का निर्माण किया, जिसने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा पर व्यापक प्रभाव डाला।
अपनी ऐतिहासिक उपलब्धियों के बावजूद आर.एन. काव परदे के पीछे और विनम्र बने रहे तथा विरले ही कभी अपने काम का श्रेय लिया। यह पुस्तक 'आर.एन. काव' के जीवन की अनजानी-अनसुनी कहानियों को सामने लाने और उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डालने का एक प्रयास है। सत्यनिष्ठ व कर्मयोगी आर.एन. काव की प्रेरक जीवनगाथा।
विपुल कुमार एक पत्रकार हैं, जिन्होंने पिछले दो दशकों में भारत के अनेक प्रमुख मीडिया संगठनों के साथ काम किया है। उनकी साहित्यिक रुचियों का विस्तार अंग्रेजी, हिंदी, फ्रेंच और स्पेनिश तक है। उन्होंने कई पुस्तकों का अनुवाद किया है। वे दिल्ली में रहते हैं। यह पुस्तक राजनीति और साहित्य में उनकी रुचि का संगम है। उनका एक ब्लॉग और एक पॉडकास्ट है, जिनके माध्यम से वे विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हैं।