Khazane Ki Shodhyatra
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- ISBN13: 9789355628626
- Binding: Paperback
- Publisher: Prabhat Prakashan
- Publisher Imprint: NA
- Pages: NA
- Language: Hindi
- Edition: NA
- Item Weight: 500
- BISAC Subject(s): History
लगभग आठ सौ/नौ सौ वर्ष पहले तक अपना भारत विश्व का सबसे समृद्ध, संपन्न और ज्ञानवान देश था। विश्व का एक-तिहाई से ज्यादा जी.डी.पी. भारत का था।
यह सब करते हुए हमने अनेक नए-नए शोध किए। नए धातु, नई प्रक्रिया, नई तकनीकी ढूँढ़ निकाली। मानवीय सोच को विस्मित करने वाले अनेक मंदिर, महल, राजप्रासाद खड़े किए। समरस समाज के लिए परिपक्व न्याय प्रणाली समवेत, अनेक प्रगल्भ और उन्नत व्यवस्थाओं का निर्माण किया। गणित में महारत हासिल की। शरीर और मन को स्वस्थ रखने वाले उत्तम-उत्तम खेल ढूँढ़ निकाले। व्यापार के क्षेत्र में आकाश की ऊँचाइयों को छुआ। विश्व के अनेक देशों में हमारे जहाज गए... ऐसा बहुत कुछ।
'खजाने की शोधयात्रा' में इन अनछुई बातों को आपके सामने लाया है, इस लोकप्रिय पुस्तक 'भारतीय ज्ञान का खजाना' के लेखक प्रशांत पोळ ने, अत्यंत रोचक शैली में !
यह सब करते हुए हमने अनेक नए-नए शोध किए। नए धातु, नई प्रक्रिया, नई तकनीकी ढूँढ़ निकाली। मानवीय सोच को विस्मित करने वाले अनेक मंदिर, महल, राजप्रासाद खड़े किए। समरस समाज के लिए परिपक्व न्याय प्रणाली समवेत, अनेक प्रगल्भ और उन्नत व्यवस्थाओं का निर्माण किया। गणित में महारत हासिल की। शरीर और मन को स्वस्थ रखने वाले उत्तम-उत्तम खेल ढूँढ़ निकाले। व्यापार के क्षेत्र में आकाश की ऊँचाइयों को छुआ। विश्व के अनेक देशों में हमारे जहाज गए... ऐसा बहुत कुछ।
'खजाने की शोधयात्रा' में इन अनछुई बातों को आपके सामने लाया है, इस लोकप्रिय पुस्तक 'भारतीय ज्ञान का खजाना' के लेखक प्रशांत पोळ ने, अत्यंत रोचक शैली में !
प्रशांत पोळ
व्यवसाय से अभियंता (इलेक्ट्रॉनिकी और दूरसंचार)। अनेक मल्टीनेशनल टेलिकॉम और आई.टी. कंपनियों के सलाहकार। लगभग 40 वर्षों का व्यावसायिक कार्य का अनुभव; 40 से अधिक देशों का प्रवास ।
मेल्ट्रॉन में संशोधन विभाग प्रमुख रहे। केंद्रीय सड़क परिवहन और जहाजरानी मंत्रालय में आई.टी. टास्क फॉर्स के सदस्य । माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के महाविद्वत परिषद् के सदस्य। GKCIET, मालदा (प. बंगाल) में बोर्ड ऑफ गवर्नेस के अध्यक्ष; आई.आई.आई.टी. जबलपुर में गवर्निंग काउंसिल के सदस्य। बंबई विश्वविद्यालय के आई.टी. सलाहकार।
अनेक पत्र-पत्रिकाओं में स्तंभ लेखन। महाकौशल विश्व संवाद केंद्र के कार्याध्यक्ष ।
'वे पंद्रह दिन' पुस्तक हिंदी, मराठी, अंग्रेजी, गुजराती, पंजाबी और तेलुगु भाषाओं में प्रकाशित। पुस्तक को मध्य प्रदेश शासन का साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त हुआ है। 'भारतीय ज्ञान का खजाना' पुस्तक हिंदी, मराठी, गुजराती और अंग्रेजी भाषाओं में प्रकाशित; अनेक आवृत्तियाँ हो चुकी हैं। 'हिंदुत्व : विभिन्न पहलू, सरलता से!' पुस्तक हिंदी में प्रकाशित ।
व्यवसाय से अभियंता (इलेक्ट्रॉनिकी और दूरसंचार)। अनेक मल्टीनेशनल टेलिकॉम और आई.टी. कंपनियों के सलाहकार। लगभग 40 वर्षों का व्यावसायिक कार्य का अनुभव; 40 से अधिक देशों का प्रवास ।
मेल्ट्रॉन में संशोधन विभाग प्रमुख रहे। केंद्रीय सड़क परिवहन और जहाजरानी मंत्रालय में आई.टी. टास्क फॉर्स के सदस्य । माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के महाविद्वत परिषद् के सदस्य। GKCIET, मालदा (प. बंगाल) में बोर्ड ऑफ गवर्नेस के अध्यक्ष; आई.आई.आई.टी. जबलपुर में गवर्निंग काउंसिल के सदस्य। बंबई विश्वविद्यालय के आई.टी. सलाहकार।
अनेक पत्र-पत्रिकाओं में स्तंभ लेखन। महाकौशल विश्व संवाद केंद्र के कार्याध्यक्ष ।
'वे पंद्रह दिन' पुस्तक हिंदी, मराठी, अंग्रेजी, गुजराती, पंजाबी और तेलुगु भाषाओं में प्रकाशित। पुस्तक को मध्य प्रदेश शासन का साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त हुआ है। 'भारतीय ज्ञान का खजाना' पुस्तक हिंदी, मराठी, गुजराती और अंग्रेजी भाषाओं में प्रकाशित; अनेक आवृत्तियाँ हो चुकी हैं। 'हिंदुत्व : विभिन्न पहलू, सरलता से!' पुस्तक हिंदी में प्रकाशित ।