Ek Zid Yah Bhi Stories Book
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- ISBN13: 9788199193840
- Binding: Paperback
- Publisher: Prabhat Prakashan
- Publisher Imprint: NA
- Pages: NA
- Language: Hindi
- Edition: NA
- Item Weight: 500
- BISAC Subject(s): Literature
जीवन यात्रा का 'पहिया' मनुष्य को बहुत से अच्छे-बुरे अनुभव कराता है। कभी 'उसका आना' आपकी सोच को सकारात्मक विस्तार दे जाता है। कभी 'जो सोचा, वह कब हुआ' जैसी बातें 'क्या सही और क्या गलत' जैसे आकलन करवाकर हमारे वैचारिक स्तर को व्यापक कर देते हैं। कभी 'च्यों' जैसे प्रश्न जीवन के 'शह और मात' जैसे खेल की ओर इंगित करके खेली जाने वाली उस 'राजनीति' की ओर भी धकेलकर ले जाते हैं, जहाँ व्यक्ति 'नित नए खेल' खेल रहा है। एक सतत कर्मठ व्यक्ति 'है यह कैसी डगर' जैसे वाक्यांश का अन्वेषण कर अपने मन में 'एक जिद यह भी' को ठानकर हर संघर्ष से जूझता है।
जीवन यात्रा के इसी क्रम में कहीं-न-कहीं 'इसको क्या कहेंगे' जैसी बातें समाज और परिवार की मानसिकता पर पुनः प्रश्न लगाकर बहुत कुछ विचारने पर विवश करती हैं। कभी ईश्वर का भेजा हुआ माध्यम आपको सचेत भी करता है। अंततः हमें कभी-कभी यह स्वीकारना भी पड़ता है कि सबके अपने-अपने निमित्त कर्मों का यह जीवन एक ब्योरा है। यह भी परम सत्य है कि 'बिछड़ेंगे सभी बारी-बारी', पर हमारी यात्राएँ अनवरत चलती रहनी चाहिए। कुछ ऐसी यात्राएँ भी, जो हमें अपने प्रारब्ध की ओर सचेत करें।
जीवन यात्रा के इसी क्रम में कहीं-न-कहीं 'इसको क्या कहेंगे' जैसी बातें समाज और परिवार की मानसिकता पर पुनः प्रश्न लगाकर बहुत कुछ विचारने पर विवश करती हैं। कभी ईश्वर का भेजा हुआ माध्यम आपको सचेत भी करता है। अंततः हमें कभी-कभी यह स्वीकारना भी पड़ता है कि सबके अपने-अपने निमित्त कर्मों का यह जीवन एक ब्योरा है। यह भी परम सत्य है कि 'बिछड़ेंगे सभी बारी-बारी', पर हमारी यात्राएँ अनवरत चलती रहनी चाहिए। कुछ ऐसी यात्राएँ भी, जो हमें अपने प्रारब्ध की ओर सचेत करें।
प्रगति गुप्ता
जन्म : 23 सितंबर, 1966, आगरा।
शिक्षा : एम.ए. (गोल्ड मैडलिस्ट) (आगरा विश्वविद्यालय, आगरा) ।
साहित्यिक उपलब्धियाँ : प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिकाओं में निरंतर प्रकाशन और अनुवाद। कहानी संग्रहों 'स्टेपल्ड पर्चियाँ', 'कुछ यूँ हुआ उस रात' और उपन्यास 'पूर्ण विराम से पहले' पर विश्वविद्यालयों में शोध।
बाल-कहानी 'उड़ान' दक्षिण भारत सी.बी.एस.सी. पाठ्यक्रम की पुस्तक 'रश्मि' कक्षा-छह में संकलित ।
कहानी संग्रह 'स्टेपल्ड पर्चियाँ' भारतीय ज्ञानपीठ और वाणी से तीसरा संस्करण प्रकाशित ।
प्रतिष्ठित पत्रिका 'राग भोपाली' का 'प्रगति गुप्ता केंद्रित विशेषांक' जनवरी 2024 प्रकाशित ।
बारह संग्रह प्रकाशित; लगभग सभी संग्रह पुरस्कृत; अनेक प्रतिष्ठित सम्मानों से अलंकृत ।
जन्म : 23 सितंबर, 1966, आगरा।
शिक्षा : एम.ए. (गोल्ड मैडलिस्ट) (आगरा विश्वविद्यालय, आगरा) ।
साहित्यिक उपलब्धियाँ : प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिकाओं में निरंतर प्रकाशन और अनुवाद। कहानी संग्रहों 'स्टेपल्ड पर्चियाँ', 'कुछ यूँ हुआ उस रात' और उपन्यास 'पूर्ण विराम से पहले' पर विश्वविद्यालयों में शोध।
बाल-कहानी 'उड़ान' दक्षिण भारत सी.बी.एस.सी. पाठ्यक्रम की पुस्तक 'रश्मि' कक्षा-छह में संकलित ।
कहानी संग्रह 'स्टेपल्ड पर्चियाँ' भारतीय ज्ञानपीठ और वाणी से तीसरा संस्करण प्रकाशित ।
प्रतिष्ठित पत्रिका 'राग भोपाली' का 'प्रगति गुप्ता केंद्रित विशेषांक' जनवरी 2024 प्रकाशित ।
बारह संग्रह प्रकाशित; लगभग सभी संग्रह पुरस्कृत; अनेक प्रतिष्ठित सम्मानों से अलंकृत ।