Can We Be Strangers Again?: A Heart Touching Story of Love, Sacrifice And The Art of Letting Go Book In Hindi
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- ISBN13: 9789355624536
- Binding: Paperback
- Publisher: Prabhat Prakashan
- Publisher Imprint: NA
- Pages: NA
- Language: Hindi
- Edition: NA
- Item Weight: 500
- BISAC Subject(s): Literature
प्रेम, निष्ठा और जाने देने की मधुर कड़वी सुंदरता की एक मार्मिक कहानी ! कॉलेज लाइफ की बिजली की धुंध में तीन दोस्त हँसी-मजाक, देर रात तक की बातचीत और अनकहे वादों से बँधे हुए हैं। लेकिन जब उनमें से दो, दोस्ती में प्यार की रेखा पार करते हैं, तो सबकुछ बदल जाता है। विश्वासघात उनकी दुनिया को तहस-नहस कर देता है, जिससे एक दोस्त को अपनी जटिल भावनाओं से जूझते हुए टुकड़ों को उठाना पड़ता है।
जैसे-जैसे दोस्ती टूटती है और प्यार उलझता जाता है, दिल टूटते हैं और चुनाव अपरिवर्तनीय होते जाते हैं। खोई हुई दोस्ती के दर्द और प्यार के कड़वे-मीठे आकर्षण के बीच फँसे देव को यह तय करना होगा कि क्या वह फिर से सबकुछ जोखिम में डालने को तैयार है। अटूट लगने वाले संबंधों और हमेशा के लिए बने रहने वाले प्यार के साथ कॉलेज एक गहन समय होता है। लेकिन जब उन बंधनों का परीक्षण किया जाता है, तो हम सीखते हैं कि हम वास्तव में कौन हैं और हम किस चीज को सबसे ज्यादा महत्त्व देते हैं।
उम्मीद है कि यह पुस्तक उन सभी लोगों को पसंद आएगी, जिन्होंने दोस्ती और प्यार के बीच संतुलन बनाने के लिए संघर्ष किया है, और जिन्हें जाने देने की दर्दनाक लेकिन जरूरी कला का सामना करना पड़ा है।
जैसे-जैसे दोस्ती टूटती है और प्यार उलझता जाता है, दिल टूटते हैं और चुनाव अपरिवर्तनीय होते जाते हैं। खोई हुई दोस्ती के दर्द और प्यार के कड़वे-मीठे आकर्षण के बीच फँसे देव को यह तय करना होगा कि क्या वह फिर से सबकुछ जोखिम में डालने को तैयार है। अटूट लगने वाले संबंधों और हमेशा के लिए बने रहने वाले प्यार के साथ कॉलेज एक गहन समय होता है। लेकिन जब उन बंधनों का परीक्षण किया जाता है, तो हम सीखते हैं कि हम वास्तव में कौन हैं और हम किस चीज को सबसे ज्यादा महत्त्व देते हैं।
उम्मीद है कि यह पुस्तक उन सभी लोगों को पसंद आएगी, जिन्होंने दोस्ती और प्यार के बीच संतुलन बनाने के लिए संघर्ष किया है, और जिन्हें जाने देने की दर्दनाक लेकिन जरूरी कला का सामना करना पड़ा है।
श्रीजीत शांडिल्य एक ऐसे लेखक हैं, जो छोटी-छोटी बातों, चर्चाओं, मौन और यादों में कहानियाँ खोजते हैं, जो मिटने का नाम नहीं लेतीं। उन्होंने क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु से अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी की। वर्तमान में गोवा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से एम.बी.ए. कर रहे हैं। डेडलाइन को पूरा करने और इन सबका मतलब समझने के बीच उन्हें लेखन के प्रति अपने प्यार का पता चला। उनके लेखन में कॉमेडी, पुरानी यादें और जुनून शामिल है, जो बड़े होने, आगे बढ़ने और इन सबके बीच की हर चीज की कड़वाहट को दरशाते हैं। उनका यह पहला उपन्यास 'केन वी बी स्टेंजर्स अगेत ?..'
इन भावनाओं का प्रतिबिंब है- प्यार, नुकसान और उनके बीच की स्पेस। आप उनसे shrijeet104@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं।
इन भावनाओं का प्रतिबिंब है- प्यार, नुकसान और उनके बीच की स्पेस। आप उनसे shrijeet104@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं।