Bhoole-Bisare Matwale
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- ISBN13: 9789355626363
- Binding: Paperback
- Publisher: Prabhat Prakashan
- Publisher Imprint: NA
- Pages: NA
- Language: Hindi
- Edition: NA
- Item Weight: 500
- BISAC Subject(s): Literature & Fiction
भारत का स्वतंत्रता संग्राम इतिहास की तारीखों या घटनाओं का सिलसिला मात्र नहीं है, यह देशवासियों के त्याग, बलिदान और साहस की अमर गाथा है, परंतु क्या हम इस गाथा के हर नायक और हर अध्याय को जानते हैं? शायद नहीं। इतिहास के पन्नों में अनेक नाम दर्ज होने से रह गए या उन्हें वह पहचान नहीं मिली, जिसके वे हकदार थे। 'भूले-बिसरे मतवाले' ऐसे ही गुमनाम नायकों की कहानियों को उजागर करने का एक प्रयास है, जिन्होंने अपने साहस और बलिदान से स्वतंत्रता संग्राम की नींव रखी।
इस पुस्तक में 1857 के स्वाधीनता समर के पूर्व से लेकर 20वीं सदी के अमर बलिदानियों की कहानियाँ शामिल हैं। इन कहानियों को लिखते हुए मेरा उद्देश्य न केवल इन नायकों के योगदान को उजागर करना था, बल्कि हर पाठक को यह संदेश देना था कि भारत की स्वतंत्रता महज कुछ नामों तक सीमित नहीं है। यह हर क्षेत्र, हर धर्म और हर वर्ग के लोगों के सामूहिक प्रयास का प्रतिफल है।
इस लिहाज से 'भूले-बिसरे मतवाले' भारत के अलग-अलग राज्यों के उन मतवाले वीर- वीरांगनाओं का जयघोष है, जिनकी कहानियाँ हर भारतीय के दिल में न केवल गर्व और प्रेरणा का संचार करेंगी, बल्कि उनमें त्याग, समर्पण, परोपकार, नैतिकता और देशभक्ति के महान् आदर्शों को प्रसारित करेंगी।
इस पुस्तक में 1857 के स्वाधीनता समर के पूर्व से लेकर 20वीं सदी के अमर बलिदानियों की कहानियाँ शामिल हैं। इन कहानियों को लिखते हुए मेरा उद्देश्य न केवल इन नायकों के योगदान को उजागर करना था, बल्कि हर पाठक को यह संदेश देना था कि भारत की स्वतंत्रता महज कुछ नामों तक सीमित नहीं है। यह हर क्षेत्र, हर धर्म और हर वर्ग के लोगों के सामूहिक प्रयास का प्रतिफल है।
इस लिहाज से 'भूले-बिसरे मतवाले' भारत के अलग-अलग राज्यों के उन मतवाले वीर- वीरांगनाओं का जयघोष है, जिनकी कहानियाँ हर भारतीय के दिल में न केवल गर्व और प्रेरणा का संचार करेंगी, बल्कि उनमें त्याग, समर्पण, परोपकार, नैतिकता और देशभक्ति के महान् आदर्शों को प्रसारित करेंगी।
जय प्रकाश पांडेय
जन्म : उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में 8 अप्रैल, 1991 को।
शिक्षा : दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से हिंदी साहित्य में बी.ए. ऑनर्स, एम.ए. करने के बाद दिल्ली विश्व- विद्यालय के हिंदी विभाग से एम.फिल. और विधि संकाय से एल.एल.बी.। पूर्व सचिव, के.एम.सी. छात्र संघ, दिल्ली विश्वविद्यालय ।
कृतित्व : कविता, कहानी तथा समसामयिक विषयों पर लेखों का विभिन्न प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में निरंतर प्रकाशन।
सम्मान-पुरस्कार : राज्यपाल पुरस्कार और राज्य बाल वैज्ञानिक का सम्मान, विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान, प्रयागराज द्वारा 'पत्रकार श्री सम्मान' प्राप्त ।
संप्रति : ओ.एन.जी.सी., देहरादून में वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी एवं ओ.एन.जी.सी. वैज्ञानिक एवं तकनीकी अधिकारी संघ, देहरादून इकाई के उपाध्यक्ष ।
संपर्क : फ्लैट संख्या 8102, कैलाश पॉम स्ट्रीट, पंडितवाड़ी, देहरादून-248001
मो. : 7086011752
ई-मेल : jaipanday47@gmail.com
जन्म : उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में 8 अप्रैल, 1991 को।
शिक्षा : दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से हिंदी साहित्य में बी.ए. ऑनर्स, एम.ए. करने के बाद दिल्ली विश्व- विद्यालय के हिंदी विभाग से एम.फिल. और विधि संकाय से एल.एल.बी.। पूर्व सचिव, के.एम.सी. छात्र संघ, दिल्ली विश्वविद्यालय ।
कृतित्व : कविता, कहानी तथा समसामयिक विषयों पर लेखों का विभिन्न प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में निरंतर प्रकाशन।
सम्मान-पुरस्कार : राज्यपाल पुरस्कार और राज्य बाल वैज्ञानिक का सम्मान, विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान, प्रयागराज द्वारा 'पत्रकार श्री सम्मान' प्राप्त ।
संप्रति : ओ.एन.जी.सी., देहरादून में वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी एवं ओ.एन.जी.सी. वैज्ञानिक एवं तकनीकी अधिकारी संघ, देहरादून इकाई के उपाध्यक्ष ।
संपर्क : फ्लैट संख्या 8102, कैलाश पॉम स्ट्रीट, पंडितवाड़ी, देहरादून-248001
मो. : 7086011752
ई-मेल : jaipanday47@gmail.com