Bharatiya Shiksha Vyavastha Ka Bhavishya Hindi Translation of Future Of The Indian Education System
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- ISBN13: 9789355623683
- Binding: Paperback
- Publisher: Prabhat Prakashan
- Publisher Imprint: NA
- Pages: NA
- Language: Hindi
- Edition: NA
- Item Weight: 500
- BISAC Subject(s): Education
देश में व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षण व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन की जरूरत महसूस की जा रही है। बारहवीं योजना (2017) के अंतर्गत एक महत्त्वाकांक्षी कौशल विकास मिशन को लॉञ्च किया गया, जिसमें करीब 5 करोड़ युवाओं को तैयार करने का लक्ष्य रखा गया। कौशल विकास मिशन अब तक अमूमन सरकार के जरिए ही चलाए जाते रहे थे, जो बाजार की माँग से अपेक्षित जुड़ाव नहीं रखते थे।
कौशल को माँग के अनुरूप करने की दिशा में विशेष प्रयास करने की जरूरत है, जिसमें नियोक्ताओं और उपक्रमों को एक महत्त्वपूर्ण भूमिका दी जाए, ताकि बाजार की जरूरत के मुताबिक व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किए जा सकें और उनको लागू किया जा सके। साथ ही उसमें औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) का प्रबंधन और शिक्षकों का विकास भी शामिल हो। एक ऐसा ढाँचा तैयार करने की जरूरत है कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) के जरिए व्यावसायिक प्रशिक्षण में निजी निवेश को भी बढ़ावा दिया जा सके।
अपेक्षित निवेश को गतिशील करने, उन्नत श्रेणी के आई.टी.आई. स्थापित करने, संचालन एवं प्रबंधन में योग्यता स्थापित करने और प्रशिक्षण उपरांत नियुक्ति निजी क्षेत्र इकाइयों की आदर्श प्राथमिक जिम्मेदारियाँ होनी चाहिए, जबकि सरकार को इन सबके उचित संचालन के लिए अपेक्षित ढाँचा तैयार करने और एस.सी., एस.टी., अल्पसंख्यकों एवं दिव्यांगों और समाज के अन्य पिछड़े वर्गों को वित्तीय सहयोग प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
कौशल को माँग के अनुरूप करने की दिशा में विशेष प्रयास करने की जरूरत है, जिसमें नियोक्ताओं और उपक्रमों को एक महत्त्वपूर्ण भूमिका दी जाए, ताकि बाजार की जरूरत के मुताबिक व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किए जा सकें और उनको लागू किया जा सके। साथ ही उसमें औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) का प्रबंधन और शिक्षकों का विकास भी शामिल हो। एक ऐसा ढाँचा तैयार करने की जरूरत है कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) के जरिए व्यावसायिक प्रशिक्षण में निजी निवेश को भी बढ़ावा दिया जा सके।
अपेक्षित निवेश को गतिशील करने, उन्नत श्रेणी के आई.टी.आई. स्थापित करने, संचालन एवं प्रबंधन में योग्यता स्थापित करने और प्रशिक्षण उपरांत नियुक्ति निजी क्षेत्र इकाइयों की आदर्श प्राथमिक जिम्मेदारियाँ होनी चाहिए, जबकि सरकार को इन सबके उचित संचालन के लिए अपेक्षित ढाँचा तैयार करने और एस.सी., एस.टी., अल्पसंख्यकों एवं दिव्यांगों और समाज के अन्य पिछड़े वर्गों को वित्तीय सहयोग प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
डॉ. नरेंद्र जाधव 2022 तक राज्यसभा के सांसद (भारत के राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत) थे। डॉ. जाधव एक अर्थशास्त्री, शिक्षाविद्, प्रशासक, लेखक और विचारवंत हैं। अमेरिका की इंडियाना यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में पी.एचडी. करने वाले जाधव ने अनेक विशिष्ट पदों पर उत्कृष्ट कार्य किया है जिनमें योजना आयोग के सदस्य, पुणे यूनिवर्सिटी के कुलपति, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के सलाहकार और भारतीय रिजर्व बैंक के प्रमुख अर्थशास्त्री आदि प्रमुख हैं।
डॉ. जाधव मराठी, अंग्रेजी और हिंदी में सफलतापूर्वक लेखन करते हैं। उन्होंने 47 पुस्तकों का लेखन व संपादन किया है, जिनमें से 23 अंग्रेजी, 15 मराठी और 9 हिंदी भाषा में हैं। उन्हें 200 से भी अधिक शोधपत्रों और लेखों के लेखन का श्रेय जाता है, जिनके अलावा उन्होंने भारत में विभिन्न प्रकार की लोकनीतियों पर 34 आधिकारिक रिपोर्ट भी लिखी हैं। अंग्रेजी में जाधव की पारिवारिक जीवनी 'अनटचेबल्स' (साइमन एंड शुस्टर, अमेरिका) अंतरराष्ट्रीय बेस्टसेलर है, जिसका अनुवाद फ्रेंच, स्पेनी, कोरियाई, थाई समेत 14 भाषाओं में हुआ है।
डॉ. जाधव एक प्रसिद्ध सार्वजनिक हस्ती हैं, जिन्हें अर्थशास्त्र, शिक्षा, साहित्य, संस्कृति और सामाजिक कार्य के क्षेत्र में योगदान के लिए 74 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। इनमें चार मानद डी.लिट्. और फ्रांस सरकार की ओर से 'कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ एकेडमिक पाम्स' की उपाधि भी शामिल है।
डॉ. जाधव मराठी, अंग्रेजी और हिंदी में सफलतापूर्वक लेखन करते हैं। उन्होंने 47 पुस्तकों का लेखन व संपादन किया है, जिनमें से 23 अंग्रेजी, 15 मराठी और 9 हिंदी भाषा में हैं। उन्हें 200 से भी अधिक शोधपत्रों और लेखों के लेखन का श्रेय जाता है, जिनके अलावा उन्होंने भारत में विभिन्न प्रकार की लोकनीतियों पर 34 आधिकारिक रिपोर्ट भी लिखी हैं। अंग्रेजी में जाधव की पारिवारिक जीवनी 'अनटचेबल्स' (साइमन एंड शुस्टर, अमेरिका) अंतरराष्ट्रीय बेस्टसेलर है, जिसका अनुवाद फ्रेंच, स्पेनी, कोरियाई, थाई समेत 14 भाषाओं में हुआ है।
डॉ. जाधव एक प्रसिद्ध सार्वजनिक हस्ती हैं, जिन्हें अर्थशास्त्र, शिक्षा, साहित्य, संस्कृति और सामाजिक कार्य के क्षेत्र में योगदान के लिए 74 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। इनमें चार मानद डी.लिट्. और फ्रांस सरकार की ओर से 'कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ एकेडमिक पाम्स' की उपाधि भी शामिल है।