AI Artificial Intelligence | Uses and Challenges of AI Book In Hindi
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- ISBN13: 9789355629142
- Binding: Paperback
- Publisher: Prabhat Prakashan
- Publisher Imprint: NA
- Pages: NA
- Language: Hindi
- Edition: NA
- Item Weight: 500
- BISAC Subject(s): Education
इक्कीसवीं सदी की सबसे परिवर्तनकारी तकनीकों में से एक है- कृत्रिम मेधा (Artificial Intelligence)। यह अब केवल प्रयोगशालाओं या वैज्ञानिक शोधों तक सीमित नहीं रही, बल्कि हमारे दैनिक जीवन, कार्यस्थलों, शिक्षा, चिकित्सा, संचार और मनोरंजन जैसे क्षेत्रों में गहराई से अपनी जगह बना चुकी है।
'AI आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस' : पुस्तक कृत्रिम मेधा जैसी उन्नत तकनीक को सरल, व्यावहारिक और आकर्षक शैली में प्रस्तुत करती है। यह तकनीक केवल हमारी जीवनशैली और कार्य प्रणाली को ही नहीं, बल्कि हमारी सोच और सामाजिक संरचना में आमूल-चूल परिवर्तन लाने का भी सामर्थ्य रखती है। पुस्तक में AI के इतिहास, उसकी कार्यविधि, प्रमुख तकनीकी पहलुओं, वैश्विक परिप्रेक्ष्य और भारतीय संदर्भ में इसके विकास की चर्चा विस्तारपूर्वक की गई है। साथ ही रोजगार, नैतिक प्रश्नों, और सामाजिक प्रभावों के साथ-साथ जनरेटिव AI, प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग और AI के विविध उपयोगों को सरल उदाहरणों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।
यह पुस्तक छात्रों, युवा पेशेवरों, नीति-निर्माताओं, शिक्षकों और जिज्ञासु पाठकों के लिए समान रूप से उपयोगी है। इसका उद्देश्य है-AI की उभरती दुनिया से आपको परिचित कराना, और एक ऐसी समझ विकसित कराना है, जो आपको भविष्य की ओर आत्मविश्वास के साथ अग्रसर कर सके। आइए, मिलकर AI के इस परिवर्तनशील युग के साथ कदम मिलाकर चलें और एक स्मार्ट, सशक्त भविष्य की नींव रखें।
'AI आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस' : पुस्तक कृत्रिम मेधा जैसी उन्नत तकनीक को सरल, व्यावहारिक और आकर्षक शैली में प्रस्तुत करती है। यह तकनीक केवल हमारी जीवनशैली और कार्य प्रणाली को ही नहीं, बल्कि हमारी सोच और सामाजिक संरचना में आमूल-चूल परिवर्तन लाने का भी सामर्थ्य रखती है। पुस्तक में AI के इतिहास, उसकी कार्यविधि, प्रमुख तकनीकी पहलुओं, वैश्विक परिप्रेक्ष्य और भारतीय संदर्भ में इसके विकास की चर्चा विस्तारपूर्वक की गई है। साथ ही रोजगार, नैतिक प्रश्नों, और सामाजिक प्रभावों के साथ-साथ जनरेटिव AI, प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग और AI के विविध उपयोगों को सरल उदाहरणों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।
यह पुस्तक छात्रों, युवा पेशेवरों, नीति-निर्माताओं, शिक्षकों और जिज्ञासु पाठकों के लिए समान रूप से उपयोगी है। इसका उद्देश्य है-AI की उभरती दुनिया से आपको परिचित कराना, और एक ऐसी समझ विकसित कराना है, जो आपको भविष्य की ओर आत्मविश्वास के साथ अग्रसर कर सके। आइए, मिलकर AI के इस परिवर्तनशील युग के साथ कदम मिलाकर चलें और एक स्मार्ट, सशक्त भविष्य की नींव रखें।
अभिषेक त्रिपाठी का जन्म लखनऊ में हुआ; वर्तमान में बेलफास्ट, आयरलैंड में निवास । प्रतिष्ठित लेखक, पत्रकार, तकनीकी विशेषज्ञ और परामर्शदाता हैं। विदेशों में भारतीय संस्कृति और हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में सक्रिय योगदान दे रहे हैं। उन्होंने एक प्रतिष्ठित यू.के. विश्वविद्यालय से एडवांस्ड कंप्यूटिंग विषय में उच्च शिक्षा प्राप्त की है। कृत्रिम मेधा (AI) तथा नवीनतम प्रौद्योगिकियों पर कई तकनीकी श्वेतपत्र प्रकाशित ।
वर्तमान में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निदेशक पद पर कार्यरत हैं और यूरोप की कई ब्लूचिप संस्थाओं को तकनीकी परामर्श सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं।
प्रमुख कृतियाँ- आयरलैंड की चयनित रचनाएँ, अंतर्मन का इंद्रधनुष, देखी है सारी दुनिया और आयरलैंड की लोककथाएँ हैं। भारतीय उच्चायोग लंदन की पत्रिका भारत भवन, भारतीय दूतावास अमेरिका की अनन्य, चाणक्य वार्त्ता और लल्लनटॉप में नियमित रूप से लेखन करते हैं।
अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से अलंकृत। भारत उच्चायोग के महावीर प्रसाद द्विवेदी पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित ।
वर्तमान में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निदेशक पद पर कार्यरत हैं और यूरोप की कई ब्लूचिप संस्थाओं को तकनीकी परामर्श सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं।
प्रमुख कृतियाँ- आयरलैंड की चयनित रचनाएँ, अंतर्मन का इंद्रधनुष, देखी है सारी दुनिया और आयरलैंड की लोककथाएँ हैं। भारतीय उच्चायोग लंदन की पत्रिका भारत भवन, भारतीय दूतावास अमेरिका की अनन्य, चाणक्य वार्त्ता और लल्लनटॉप में नियमित रूप से लेखन करते हैं।
अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से अलंकृत। भारत उच्चायोग के महावीर प्रसाद द्विवेदी पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित ।