Agnirath Ka Sarthi Manu Sharma

Agnirath Ka Sarthi Manu Sharma

by Dr. Indivar

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  • ISBN13: 9789355622235
  • Binding: Paperback
  • Publisher: Prabhat Prakashan
  • Publisher Imprint: NA
  • Pages: NA
  • Language: Hindi
  • Edition: NA
  • Item Weight: 500
  • BISAC Subject(s): Self-Help Groups
भारतीय जनता, साहित्य में अपने मूल से जुड़ी हुई है। वह उस साहित्य को स्वीकार करती है जो धर्म, दर्शन, अध्यात्म, नैतिकता, इतिहास, पुराण, सामाजिक उत्सव, पर्व-त्योहार, ज्ञान- विज्ञान आदि से जुड़ा है। वे भारतीय लोग जो ईसा पूर्व से लेकर उन्नीसवीं शताब्दी तक भारत के बाहर जाकर बस गए, ऐसा ही साहित्य अपने साथ सँजोए रहे। वहाँ उन्होंने अपनी जातीयता, धर्म, कला और संस्कृति को सुरक्षित रखा। आज भी मॉरिशस, फीजी, सूरीनाम के भारतीय मूल के निवासियों का जीवन अपनी मूल भाषा, रामायण, महाभारत, गीता और पुराण ग्रंथों के सन्मार्ग से प्रेरित होता है। मनु शर्मा जैसे कथाकार इसी सोच के रहे। इसलिए इतिहास, पुराण, महाभारत के चरित्र उनकी लेखनी द्वारा विश्लेषण के विषय बने।

महाभारत के सभी महत्वपूर्ण पात्रों के माध्यम से इतिहास और संस्कृति की व्याख्या करना एक कुरुक्षेत्र में सहभागी होना है। भारतीयता के अंतर्गत आधुनिक होने का अर्थ फैशनपरस्ती या नंगापन, या शैम्पन और वाइन की बोतल खोलना नहीं। वह एक विचार है, एक सातत्य बोध। परंपरा का नैरंतर्य। नैरंतर्य अपने-आप सँवरता रहता है, तराशता रहता है, खरोंचता है, माँजता है, परिवर्धित करता है और परिमार्जित भी। यही शाश्वत भारतीयता है, जो कभी अनाधुनिक होती ही नहीं। मनु शर्मा इसी अनाधुनिक न होने वाली भारतीयता के कथाकार हैं। यह पुस्तक इसी विचार बोध के साथ मनु शर्मा की औपन्यासिक कृतियों का विश्लेषण करती है।
डॉ. इंदीवर

जन्मतिथि: 20 मार्च 1953

4 उपन्यास, 14 समीक्षात्मक, निबंध की 5 व 4 संपादित पुस्तकें प्रकाशित ।

सेवाएँ : अवकाशप्राप्त प्राचार्य, साकेत पी.जी. कॉलेज, कल्याण (पूर्व), मुंबई, संपादक, 'जन' साप्ताहिक, नई दिल्ली (1977-80), संयुक्त संपादक, दैनिक 'रूपलेखा', कलकत्ता (1974-77), संयुक्त सचिव, रामायण मेला, चित्रकूट (1978-80)1

सम्मान-पुरस्कार : उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ द्वारा 'साहित्य भूषण', साकेत ज्ञानपीठ, मुंबई द्वारा 'साकेत ज्ञान पीठ पुरस्कार', 'डॉ. शंभुनाथ सिंह नवगीत पुरस्कार', 'कमलापति त्रिपाठी साहित्य गौरव पुरस्कार' सहित देश के विभिन्न संस्थानों द्वारा दर्जनों सम्मान व पुरस्कार।

संप्रति : साहित्य एवं समय की मासिक पत्रिका 'शब्दबीज' का संपादन प्रकाशन ।

संपर्क : सा. 4/36-पी-3-आर, बजरंग नगर, दौलतपुर रोड, पांडेयपुर, वाराणसी-221002,

मो. : 8707301780

ई-मेल : indiwarpandey364@gmail.com

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