यह पुस्तक फ्रांसीसी क्रांति का इतिहास मात्र नहीं है बल्कि इसमें उसके अलावा भी बहुत कुछ है। क्रांति के दौरान सम्पूर्ण यूरोपीय महाद्वीप की घटनाओं पर लेखक की निगाह है। हालांकि स्वाभाविक है कि फ्रांस में उस दौर में घटाने वाली सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियां उसके केंद्र में हैं। यह सच है कि लेखक आर्थिक इतिहासकार है किन्तु उसे अपने अपने लेखन में फ्रांस की बहुत सी बातों को समेटा है। उस समय तक उपलब्ध सम्पूर्ण यूरोपीय ज्ञान विज्ञान की सामग्री का उपयोग किया है।
फ्रांसीसी क्रांति पर समग्र रूप से विचार करने वाली यह महत्वपूर्ण पुस्तक है। यूरोप में कई भाषाओं में इसके अनुवाद उपलब्ध हैं। उम्मीद है कि, यूरोप के इस महान इतिहासकार की इस पुस्तक का अन्य भाषाओं की तरह हिन्दी में भी स्वागत होगा।